Best Mood Off Shayari in Hindi मूड विफ़ शेरी

हमारा मूड हर समय एक जैसा नहीं रहता; कभी यह अच्छा होता है और कभी खराब। Mood Off Shayari जब हमारा मूड अच्छा होता है, तो हम गुनगुनाने लगते हैं, पसंदीदा गाने सुनते हैं, और नाचने में भी खुद को रोक नहीं पाते। लेकिन जब मूड खराब होता है, तो हमें किसी भी काम में मन नहीं लगता, और हर चीज़ बेतुकी लगने लगती है। ऐसे क्षणों में, अपने दिल की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए, हम आपके लिए कुछ खास शायरी लेकर आए हैं। यह शायरी आपको न सिर्फ भावनात्मक सहारा देगी, Mood Off Shayari बल्कि आपके मूड को भी हल्का करने में मदद करेगी। उम्मीद है कि ये शब्द आपके दिल को छूएंगे और आपकी दिनचर्या को थोड़ा और सुखद बना सकेंगे।

Mood off Shayari For Love मूड विफ़ शेरी

तेरे बिना अब जीना भी बुरा लगने लगा है, 

जिंदगी का हर पल तुझसे जुड़ा लगने लगा है।

 तुझसे बिछड़ने के बाद, 

हर खुशी से दिल यूं दूर हो गया।

तेरे बिना दिल उदास है, 

तेरे बिना अब कोई ख्वाब भी पूरा नहीं होता।

जब से तू दूर हुआ, 

मेरा हर पल जैसे बेजान हो गया।

तेरे प्यार के बिना अब लगता है, 

जिंदगी एक वीरान सूनी रात जैसी है।

दिल की बातों को दिल ही जानता है,

 तू मेरे साथ न हो, ये दर्द भी सच्चा है।

तेरे बिना अब मन नहीं लगता,

 तेरे ख्यालों में खोया सा हर पल बितता है।

तेरे बिना अब सांसें भी कुछ अधूरी लगती हैं, 

तेरे बिना हर खुशी की लहर भी बेरंग लगती है।

तू ही मेरा दिल था, तू ही मेरी जान थी, 

अब दिल की धड़कन भी सुनी-सुनी लगती है।

तेरे बिना बेताब हैं ये आंखें, 

तेरे बिना मेरी दुनिया भी अधूरी है।

तेरे प्यार की तलाश अब और भी दर्द भरी हो गई है, 

तेरे बिना हर सुबह जैसे और भी गहरी हो गई है।

तेरे बिना हर लम्हा जैसे भुला हुआ है, 

तेरे बिना दिल की धड़कन भी खामोश हो गई है।

तू छोडके चला गया, 

अब मेरी ज़िन्दगी भी जैसे सो गई है।

तेरे बिना हर ख्वाब भी रंगहीन हो गया, 

तेरे बिना दिल का हर दिन भी सुना हो गया।

तेरे बिना अब दिल में बस सिर्फ शोर है, 

तेरे बिना कोई भी खुशी की बात फीकी लगती है।

तेरे बिना हर पल बस बेरंग है, 

तेरे बिना दिल की धड़कन भी अब हिल गई है।

तेरे बिना अब दिन भी बेरंग हो गए हैं, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी ठंडी हो गई हैं।

तेरे बिना अब हर बात भी जैसे अधूरी लगती है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी सुनी-सी लगती हैं।

तेरे बिना अब हर खुशी भी अधूरी लगती है, 

तेरे बिना दिल की धड़कन भी फिकी लगती है।

तेरे बिना इस दिल की धड़कनें भी थम गई हैं, 

तेरे बिना अब हर चीज़ जैसे सुनी सी लगती है।

तेरे बिना अब दिल की धड़कनें भी खो गई हैं, 

तेरे बिना अब हर लम्हा जैसे सुना हो गया है।

तेरे बिना अब हर सुबह भी बेमिट्टी हो गई है, 

तेरे बिना अब हर शाम भी वीरान हो गई है।

तेरे बिना हर ख्वाब भी जैसे अधूरा सा है, 

तेरे बिना अब मेरा दिल भी चुपचाप सा है।

तेरे बिना हर दिन जैसे खाली हो गया है, 

तेरे बिना मेरी हर शाम भी सुनी हो गई है।

तेरे बिना अब हर लम्हा जैसे सूनापन ही सूनापन है,

 तेरे बिना दिल की धड़कनें भी जैसे बेबस हैं।

तेरे बिना अब हर खुशी भी जैसे फीकी लगती है, 

तेरे बिना दिल का हर कोना भी सूना हो गया है।

तेरे बिना अब हर खुशी भी फीकी लगती है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब बेबस हैं।

तेरे बिना अब मन भी जैसे बेताब है,

 तेरे बिना दिल का हर ख्वाब भी सूना हो गया है।

तेरे बिना हर शाम भी जैसे चुपचाप हो गई है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी खो गई हैं।

तेरे बिना अब कोई भी खुशी भी अधूरी सी लगती है, 

तेरे बिना दिल का हर ख्वाब भी चुपचाप हो गया है।

तेरे बिना अब हर बात जैसे बेजान सी लगती है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब सूनी सी लगती हैं।

तेरे बिना अब हर लम्हा जैसे थम सा गया है, 

तेरे बिना दिल का हर ख्वाब भी बेबस हो गया है।

तेरे बिना अब हर सुबह भी उदास है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब बेजान सी हैं।

तेरे बिना अब हर खुशी भी अधूरी लगती है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी जैसे खो गई हैं।

तेरे बिना अब हर लम्हा जैसे खामोश हो गया है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी खो गई हैं।

तेरे बिना अब हर सुबह भी जैसे सुनी हो गई है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब बेजान सी हैं।

तेरे बिना अब हर दिन भी जैसे सूनापन ही सूनापन है,

 तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब बेबस हैं।

तेरे बिना अब हर लम्हा भी जैसे बेजान सा हो गया है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी सूनी सी लगती हैं।

तेरे बिना अब हर खुशी भी फीकी लगती है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब बेबस हो गई हैं।

तेरे बिना अब हर दिन भी जैसे सूनापन हो गया है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब बेजान हैं।

तेरे बिना अब हर लम्हा भी जैसे थम गया है,

 तेरे बिना दिल की धड़कनें भी खो गई हैं।

तेरे बिना अब हर खुशी भी अधूरी लगती है, 

तेरे बिना दिल का हर ख्वाब भी सूना हो गया है।

तेरे बिना अब दिन भी जैसे बेरंग हो गए हैं, 

तेरे बिना दिल का हर ख्वाब भी बेजान हो गया है।

तेरे बिना हर खुशी भी जैसे फीकी लगती है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब बेताब सी हैं।

तेरे बिना अब हर सुबह भी जैसे बेजान हो गई है,

 तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब खो गई हैं।

तेरे बिना अब हर लम्हा भी जैसे सूना हो गया है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब बेबस हैं।

तेरे बिना अब हर खुशी भी जैसे फीकी लगती है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब बेताब हैं।

तेरे बिना अब हर सुबह भी जैसे उदास हो गई है, 

तेरे बिना दिल की धड़कनें भी अब खो गई हैं।

Mood off Shayari For sister मूड विफ़ शेरी

तुम्हारे बिना दिल बहुत उदास है,

क्योंकि तुम मेरी खुशी का हिस्सा हो।

जब से तुम दूर हो,

जिंदगी में रंग ही फीके लगे हैं।

सिस्टर, तुम्हारे बिना हर खुशी अधूरी सी लगती है।

तुम्हारे बिना दिल की धड़कन भी जैसे थम सी गई है।

जब भी तुमसे बात नहीं होती,

दिल को बहुत तन्हा महसूस होता है।

तुम्हारी हंसी के बिना सब कुछ सुना-सुना सा लगता है।

सिस्टर, तुम्हारी यादें ही मेरे दिल को आराम देती हैं।

जब से तुम दूर हो, हर खुशी का रंग फीका सा लगने लगा है।

तुम्हारे बिना जैसे सभी खुशियों का लुत्फ ही खत्म हो गया है।

तुम्हारे बिना दिल की धड़कन भी जैसे धीमी हो गई है।

तुम्हारी यादें मेरे दिल में बस गई हैं, और हर पल मेरा मन उदास रहता है।

सिस्टर, तुम्हारे बिना हर खुशी जैसे अधूरी सी लगती है।

जब से तुम दूर हो, हर खुशी का आनंद फीका सा लगने लगा है।

तुम्हारे बिना हर खुशी जैसे बेमतलब सी लगती है।

जब भी तुमसे बात नहीं होती, दिल की हर धड़कन जैसे थम जाती है।

तुम्हारी हंसी की आवाज़ मेरे दिल को बेहद सुकून देती है।

सिस्टर, तुम्हारी बिना हर पल मेरे दिल की धड़कनें सुनाई नहीं देती।

तुम्हारी यादों से दिल भर जाता है, और हर खुशी बेमानी लगती है।

तुम्हारे बिना दिल की धड़कन भी जैसे थम सी गई है।

तुम्हारी यादें मेरे दिल की सबसे प्यारी सी मूरत बन गई हैं।

सिस्टर, तुम्हारी बिना हर खुशी अधूरी सी लगती है।

तुम्हारे बिना दिल की हर धड़कन जैसे दर्द से भर जाती है।

जब भी तुम्हारी याद आती है, दिल को बहुत तन्हा महसूस होता है।

तुम्हारी बिना हर खुशी की बात जैसे एक निरर्थक सी लगती है।

सिस्टर, तुम्हारे बिना जिंदगी में रंग फीके लगते हैं।

तुम्हारी यादें ही मेरे दिल को चुप रहने पर मजबूर कर देती हैं।

तुम्हारे बिना हर खुशी बेमानी सी लगती है।

तुम्हारे बिना हर पल दिल को जैसे और भी खाली महसूस होता है।

सिस्टर, तुम्हारी यादें ही मेरे दिल को ताजगी देती हैं।

जब से तुम दूर हो, हर खुशी का आनंद फीका सा हो गया है।

तुम्हारी बिना दिल का हर कोना सुन-सुन सा हो गया है।

सिस्टर, तुम्हारे बिना दिल की धड़कनें भी जैसे थम गई हैं।

तुम्हारे बिना जिंदगी का हर पल जैसे खाली और सुना सा लगता है।

तुम्हारी यादें मेरे दिल को सुकून देती हैं, लेकिन तुम्हारे बिना हर खुशी अधूरी सी लगती है।

सिस्टर, तुम्हारे बिना दिल की हर धड़कन जैसे खो सी जाती है।

जब भी तुमसे बात नहीं होती, दिल को बहुत तन्हा महसूस होता है।

तुम्हारी हंसी के बिना हर खुशी जैसे सुनी-सुनी सी लगती है।

सिस्टर, तुम्हारी यादें ही मेरे दिल को हर खुशी की कमी का अहसास कराती हैं।

जब भी तुम्हारी याद आती है, दिल को हर खुशी बेकार सी लगती है।

तुम्हारे बिना दिल की हर धड़कन जैसे और भी धीमी हो गई है।

सिस्टर, तुम्हारी यादें ही मेरे दिल की सुकून की वजह हैं।

तुम्हारी यादों से दिल भर जाता है, और हर खुशी का मोल कम लगने लगता है।

सिस्टर, तुम्हारी बिना दिल की धड़कनें भी जैसे और भी धीमी हो गई हैं।

तुम्हारी यादें मेरे दिल को बहुत सुकून देती हैं, लेकिन तुम्हारे बिना हर खुशी अधूरी सी लगती है।

जब से तुम दूर हो, दिल की हर धड़कन जैसे दर्द से भर गई है।

सिस्टर, तुम्हारी बिना दिल का हर कोना सुना सा लगता है।

तुम्हारी यादें ही मेरे दिल को राहत देती हैं, लेकिन तुम्हारे बिना हर खुशी अधूरी सी लगती है।

जब भी तुम्हारी याद आती है, दिल को बहुत तन्हा और खाली सा महसूस होता है।

सिस्टर, तुम्हारी यादों के बिना दिल की धड़कनें भी जैसे थम गई हैं।

Mood off Shayari In Hindi मूड विफ़ शेरी

दिल की खामोशी भी चुप रहने की आदत हो गई है, 

वरना हम तो बहुत कुछ कहने लगे थे।

ज़िन्दगी से ये भी सीखा है, खुश रहो चाहे कुछ भी हो, 

 पर किसी को बताना नहीं।

हर किसी को अपना बना लिया, 

लेकिन खुद को अकेला छोड़ दिया।

गहरी नींद में भी तन्हाई का अहसास हो रहा है, 

जैसे सपनों में भी अब सन्नाटा छाया हो।

मुस्कान भी अब एक मास्क सी लगती है, 

जो दर्द को छुपाने का काम करती है।

रात की चुप्पियों में खो जाता हूँ, 

सुबह की रौशनी में खुद को ढूंढ़ता हूँ।

उनकी यादें मेरे दिल में हैं, 

और ये दिल भी अब ज़ख्मों से भरा है।

मुझे अब खुद से ही शिकायतें हैं,

 तो दूसरों की शिकायत की कोई बात नहीं।

तेरे बिना जीने की आदत सी हो गई है, 

लेकिन जीना अब भी मुश्किल लगता है।

हमने भी कभी खुश रहने की कोशिश की थी,

 लेकिन अब बस आंसू ही मेरे साथी हैं।

दर्द ने अब खुद को मेरा साथी मान लिया है,

 और हँसी अब मुझे बेगानी लगती है।

दिल के वीरान खेत में, 

बस यादों की फसल उगती है।

मुझे अब अपने आँसू भी सुकून देने लगे हैं,

 जैसे वो भी मेरी कहानी का हिस्सा हों।

शायद मेरे दिल की गहराई में,

 सिर्फ दर्द की लहरें ही मिलती हैं।

रात भर चाँदनी में बैठा रहता हूँ, 

तन्हाई का गीत गाते हुए।

भूलना तो चाहा बहुत कुछ, 

लेकिन यादें इतनी मोहब्बत से चिपकी हैं।

हर हंसी के पीछे छुपा है एक दर्द,

 जो कभी छुपा नहीं रह सकता।

सपनों की दुनिया अब भी सजती है, 

लेकिन हकीकत की सर्दी अब भी सताती है।

खुश रहने का ढोंग कर रहे हैं लोग, 

हकीकत में सब के दिलों में दर्द ही है।

हमने भी कभी हँसी के समंदर में डूबने की कोशिश की थी, 

लेकिन आँसू ही ठहरे हैं।

छोटे-छोटे जख्मों ने बड़ी मुश्किल में डाल दिया है,

 पर अभी भी तन्हाई से दोस्ती है।

वो मुस्कान अब भी आँखों में बसती है,

 लेकिन दिल के वीराने में बस अकेलापन है।

छोटे-छोटे सपनों ने बड़ी चोट दे दी, 

और अब इनको समेटने का मन नहीं करता।

फूलों की तरह बिखरते हैं ख्वाब, 

लेकिन हम उन्हें समेटने की कोशिश करते हैं।

हमने भी कभी जिंदादिली से जीने की कोशिश की थी,

 लेकिन दर्द ने हर कोशिश को नाकाम कर दिया।

कभी सोचा था, दिल की बर्बादी को समझेंगे लोग,

 लेकिन अब ये सिर्फ मेरे दिल की कहानी है।

कभी हँसते थे दिल खोलकर, 

अब आँखों से ही हंसना बाकी है।

जिन्हें दिल से चाहा था, 

उनकी यादें अब मेरे दिल की गहराई में बसी हैं।

नफ़रत भी अब प्यार की तरह महसूस होती है, 

जब दिल दर्द से भर जाता है।

आंसू भी अब खुद को छुपाने लगे हैं, 

जैसे ये भी मेरे दर्द का हिस्सा हों।

हर खुशी के पल में छुपा है एक अजनबी सा दर्द, 

जो चुपके से हमें घेर लेता है।

सपनों की दुनिया अब भी रंगीन है,

 लेकिन हकीकत का साया अब भी स्याह है।

हमने भी कभी सोचा था, सुख के दिन आएंगे,

 लेकिन दर्द ने सब रंग फीके कर दिए।

दर्द के इस सफर में, खुद को ढूंढ़ने की कोशिश करता हूँ,

 लेकिन अब भी खाली हाथ हूँ।

जो कहने को दिल चाहता है, 

वो शब्द कभी जुबां तक नहीं पहुँच पाते।

आँखों में बसी यादों की तस्वीरें, 

अब दिल की दीवार पर धूल लगने लगी हैं।

हमने भी कभी हँसी के रंग भरने की कोशिश की थी,

 लेकिन इन रंगों की चमक अब भी फीकी है।

जिनके साथ बिताए पल अब भी याद आते हैं, 

लेकिन ये यादें भी अब केवल दर्द देती हैं।

रात की सर्दी भी अब सुकून देती है, 

जब दिल का दर्द और भी बढ़ जाता है।

प्यार की हर गलती ने दिल को और भी चुराया है,

 अब ये दिल सिर्फ धड़कने का नाम है।

खुश रहना अब भी एक सपना है, 

जो दर्द की रातों में कहीं खो जाता है।

आँखों की नींद अब भी बसी है, 

लेकिन दिल की गहराई में ठहरी हुई है।

दूसरों की खुशियों में अपना दिल ढूँढ़ता हूँ,

 लेकिन ये दिल अब भी खाली है।

हर खुशी की बुनियाद में छुपा है एक दर्द,

 जो हमेशा मेरे साथ है।

हमने भी कभी हँसी के गाने गाए थे, 

लेकिन अब ये गाने भी दर्द की धुन में बदल गए हैं।

खुश रहने की कोशिश अब भी जारी है, 

लेकिन हकीकत की सच्चाई अब भी सामने है।

जिन लम्हों को जीने की चाह थी,

 वो अब सिर्फ यादों में बसी हैं।

दिल की बेताबी अब भी वही है, 

बस चेहरे की मुस्कान अब भी खोई हुई है।

आँखों की चमक अब भी बसी है, 

लेकिन दिल की गहराई अब भी स्याह है।

सपनों की दुनिया में खुश रहने का मन है,

 लेकिन दिल की हकीकत अब भी चुप्प है

Mood Off Shayari For Family मूड विफ़ शेरी

“बिलकुल चुप हूँ,

 और चुप रहने का हक भी चाहता हूँ।”

“सहमति के बिना कुछ भी पूरा नहीं हो सकता, 

यही मेरी जिंदगी का नियम है।”

“मुस्कुराने की कोशिश में भी दिल अब थक गया है,

 परिवार की समस्याएँ अब मन को दुख देती हैं।”

“अशांति की वजहें तो बहुत हैं, 

लेकिन सुकून की तलाश भी अनमोल है।”

“मन की बातें दिल में ही दबा ली हैं,

 परिवार की खुशियों में खोया हूँ।”

“फैमिली की झगड़े हमेशा दिल को चीरते हैं,

 अब हंसने की बजाय रोना आ रहा है।”

“दिल से लगाव है परिवार से, 

पर अब हर पल एक संघर्ष सा लग रहा है।”

“मुस्कान की कमी महसूस होती है, 

जब घर की खुशियाँ कहीं खो जाती हैं।”

“कभी कभी परिवार भी समझने लगता है नहीं,

 ऐसी ही परेशानियाँ जीवन की राह बन जाती हैं।”

“हमेशा की तरह मुस्कुराना अब मुश्किल लगता है,

 जैसे दिल की आवाज़ को छुपा लिया हो।”

“फैमिली का प्यार भी अब कहानियों जैसा लगने लगा है, 

हकीकत में अब बस खालीपन रह गया है।”

“मुझे परिवार की खुशियों से कोई गिला नहीं,

 बस अपनी खोई हुई मुस्कान का अफसोस है।”

“दिल से कुछ कहना है लेकिन शब्द कम पड़ जाते हैं,

 परिवार की समस्याओं को समझना आसान नहीं होता।”

“हर पल में बदलते रिश्ते अब महसूस होते हैं,

 परिवार की खुशियों की कमी से दिल भर जाता है।”

“अब मेरे दिल की धड़कनें भी थम सी गई हैं, 

परिवार के संघर्षों की वजह से जीना मुश्किल हो गया है।”

“कभी साथ थे सब, अब अकेलेपन की गहराई में डूब गए हैं,

 परिवार की खुशियों की तरह सब बेमायने लगते हैं।”

“जबसे दिल टूटे हैं, 

परिवार की बातें भी बेकार सी लगने लगी हैं।”

“जिन रिश्तों को हमसे जुड़े रहने की आदत हो गई थी, 

अब वो भी अचानक कमज़ोर लगने लगे हैं।”

“मुस्कान के पीछे छुपे हैं आँसू, परिवार,

 के विवादों ने मन को थका दिया है।”

“परिवार की बातें अब दिल को तकलीफ देती हैं,

 खुशियों की तलाश में मन बेबस है।”

“जब रिश्ते उलझ जाते हैं,

 तब दिल की आवाज़ भी सुनी नहीं जाती।”

“फैमिली के बिना सब अधूरा सा लगता है, 

कहीं कुछ कमी सी महसूस होती है।”

“भले ही रिश्ते खटके हों,

 लेकिन परिवार की यादें हमेशा दिल को छू जाती हैं।”

“जब दिल के घाव भरने लगते हैं, 

तब परिवार की खुशियों का भी अहसास होता है।”

“फैमिली के बिना सब सूना लगता है,

 रिश्तों में छुपे दर्द की गहराई अब महसूस होती है।”

“हमेशा के लिए ग़म में डूबा हूँ, 

परिवार की हंसी भी अब दिल को छूने लगी है।”

“रिश्तों के झगड़े दिल को चीरते हैं, 

अब परिवार की खुशियों की तलाश में ही दिन बीतता है।”

“खुशियों के बिना भी घर की दीवारें तंग लगती हैं, 

परिवार की समस्याओं से दिल परेशान है।”

“मेरे दिल की खामोशी अब शब्दों में नहीं आ रही,

 परिवार की समस्याओं ने सब बदल दिया है।”

“भले ही परिवार का प्यार हमेशा साथ रहे, 

लेकिन दिल की धड़कनें अब कमजोर हो गई हैं।”

“सपनों का संसार अब उधड़ा सा लगता है, 

परिवार की बातें अब बेमानी लगती हैं।”

“फैमिली की यादें अब सिर्फ़ दर्द देती हैं,

 खुशियों का एहसास अब खो गया है।”

“हर दिन नई समस्या, हर रात नए ख्वाब,

 परिवार की समस्याओं ने मन को परेशान कर दिया है।”

“खुशियों का अहसास अब परिवार की समस्याओं में खो गया है,

 दिल की गहराई में अब खालीपन है।”

“मुस्कान अब सिर्फ़ एक याद बन गई है, 

परिवार के झगड़ों ने दिल को चुराया है।”

“कभी परिवार का साथ था, 

अब अकेलेपन की गहराई में डूबा हूँ।”

“जब सब कुछ ठीक हो जाता है, 

तब भी परिवार की खुशियों की कमी महसूस होती है।”

“परिवार की खुशियों का ख्वाब अब बेमायने लगने लगा है, 

जीवन की राह में अब मुश्किलें हैं।”

“दिल की धड़कनें अब बहुत धीमी हो गई हैं, 

परिवार के विवादों ने सब कुछ बदल दिया है।”

“फैमिली के बिना सब अधूरा लगता है,

 दिल की आवाज़ अब सुलझने लगी है।”

“रिश्तों की गहराई अब उलझने लगी है,

 परिवार की समस्याएँ दिल को चीर देती हैं।”

“अब परिवार की बातें भी बेमायने लगती हैं,

 दिल की गहराई में सिर्फ़ शून्यता है।”

“दिल में छुपे ग़म अब शब्दों में नहीं आ रहे,

 परिवार की खुशियाँ अब केवल यादें बन गई हैं।”

“खुश रहने की कोशिश में भी दिल अब थक चुका है,

 परिवार की समस्याओं ने जीवन को कठिन बना दिया है।”

“मुस्कान की कमी अब महसूस होती है, 

परिवार की झगड़ों ने दिल को तोड़ दिया है।”

“सपनों की दुनिया अब टूट चुकी है, 

परिवार की समस्याओं ने मन को उदास कर दिया है।”

“रिश्तों की कदर अब कम हो गई है,

 परिवार की खुशियों की कमी अब साफ दिख रही है।”

“दिल से परिवार का प्यार भी अब बेमायना लगता है, 

जीवन की मुश्किलें अब बढ़ गई हैं।”

“हर पल परिवार की यादें दिल को चीरती हैं, 

खुशियों की तलाश अब केवल एक सपना लगती है।”

“अब परिवार की हंसी भी दिल को चुभती है, 

हर दिन का संघर्ष अब असहनीय लग रहा है।”

Conclusion निष्कर्ष:

Mood Off Shayari हमारा मूड हमेशा एक जैसा नहीं रहता; यह कभी अच्छा होता है और कभी खराब। जब मूड अच्छा होता है, तो हम गुनगुनाते हैं, पसंदीदा गाने सुनते हैं और नाचने लगते हैं। इसके विपरीत, जब मूड खराब होता है, तो हम किसी भी काम में दिलचस्पी नहीं लेते और सब कुछ बेतुका लगता है। ऐसे समय में, अपने दिल को संजीवनी देने और मूड को हल्का करने के लिए शायरी एक बेहतरीन सहारा हो सकती है। ये शायरी न केवल भावनात्मक समर्थन प्रदान करेंगी, Mood Off Shayari बल्कि आपके दिन को भी सुखद बनाने में मदद करेंगी। हमें आशा है कि ये शब्द आपके दिल को छूएंगे और आपके मूड को बेहतर बनाएंगे।

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